बुगावाला थाना क्षेत्र के गांव हरिपुरा टोंगिया निवासी 50 वर्षीय सोमपाल सिंह की पुत्रवधू को बुगावाला के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गुरुवार सुबह सोमपाल सिंह अपनी भाभी से अस्पताल में मिलकर पैदल घर लौटे। जैसे ही वह बुगावाला और हरिपुरा टोंगिया गांव के बीच नदी के पास पहुंचा, अचानक एक हाथी ने उस पर हमला कर दिया।
हाथी ने सोमपाल सिंह को कुचल कर गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. यह घटना देख आसपास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण शोर मचाने लगे।
किसी तरह ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए हाथी को मौके से भगाया और तुरंत वन विभाग को सूचना दी.
ग्रामीणों और वन विभाग की तत्परता
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में गांववासी मौके पर पहुंचे. वन विभाग के अधिकारी और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को भी दी.
बुगावाला थाना प्रभारी मनोज शर्मा ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना की जांच की जा रही है और वन विभाग की एक टीम हाथी की गतिविधियों पर नजर रख रही है।
हाथियों का डर बढ़ रहा है
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही देहरादून के जौलीग्रांट इलाके में हाथी ने हमला कर एक दंपत्ति को मार डाला था. राज्य में हाथियों के हमलों की बढ़ती संख्या से लोग दहशत में हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग खेतों में काम करने से डरते हैं।
घटना के बाद वन विभाग ने क्षेत्र के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मंत्रालय ने कहा कि जंगल के पास रहने वाले लोगों को अकेले यात्रा करने से बचना चाहिए और हाथियों की मौजूदगी की सूचना तुरंत अधिकारियों को देनी चाहिए।
इस घटना ने एक बार फिर से उत्तराखंड में हाथियों के बढ़ते खतरे को उजागर किया है। वन्यजीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष को लेकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है!
ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।